दिन में पुलिस की ड्यूटी और रात में विद्या का दान: अजय ग्रेवाल ने रचा मिसाल, 719 युवा हुए दिल्ली पुलिस में भर्ती

देश सेवा और समाज सेवा का बेहतरीन उदाहरण पेश कर रहे हैं अजय ग्रेवाल, जो दिन में दिल्ली पुलिस में अपनी ड्यूटी निभाते हैं और रात में युवाओं को मुफ्त में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करवाते हैं। उनके इसी सेवा भाव से प्रेरित होकर इस बार 719 युवा दिल्ली पुलिस में भर्ती हुए हैं, और साथ ही उत्तर प्रदेश पुलिस में भी 12 युवा चयनित हुए हैं।

‘विद्यादान महादान’ पहल बनी उम्मीद की किरण

अजय ग्रेवाल ने ‘विद्यादान महादान’ नामक पहल की शुरुआत 2013 में की थी। बिना किसी शुल्क के वह प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी करा रहे हैं। उन्होंने अपनी सरकारी नौकरी के साथ-साथ शिक्षा के क्षेत्र में भी जो योगदान दिया है, वह प्रेरणादायक है। उनके सेंटर में अब तक हजारों युवाओं को मार्गदर्शन मिला है।

शिक्षा के साथ अनुशासन भी सिखाया

अजय ग्रेवाल न केवल पढ़ाई में मार्गदर्शन देते हैं, बल्कि युवाओं को अनुशासन, जिम्मेदारी और आत्मविश्वास का पाठ भी पढ़ाते हैं। उनके छात्र आज विभिन्न सरकारी सेवाओं में कार्यरत हैं।

दिल्ली पुलिस आयुक्त ने किया सम्मानित

दिल्ली पुलिस ने अजय ग्रेवाल के इस सराहनीय कार्य के लिए उन्हें सम्मानित किया। उनके इस प्रयास से यह साबित होता है कि सरकारी नौकरी करते हुए भी समाज के लिए बड़ा योगदान दिया जा सकता है।

गरीबी से जूझते युवाओं के लिए बनी प्रेरणा

अजय ग्रेवाल ने कहा कि गांवों के उन युवाओं के लिए जो कोचिंग की महंगी फीस नहीं भर सकते, उनके लिए यह पहल एक रास्ता है। वो चाहते हैं कि हर युवा बिना पैसे की चिंता किए, अपने सपनों को पूरा कर सके।

निष्कर्ष:

अजय ग्रेवाल जैसे लोग समाज के असली नायक हैं, जो बिना किसी स्वार्थ के युवाओं को आत्मनिर्भर बना रहे हैं। उनका ‘विद्यादान महादान’ कार्यक्रम न केवल छात्रों को सरकारी नौकरी दिला रहा है, बल्कि उन्हें जिम्मेदार नागरिक भी बना रहा है।

Leave a Comment

Join WhatsApp Group