अयोध्या में तीर्थ स्थलों को जोड़ने और धार्मिक महत्व को और सशक्त करने के लिए एक और नया पथ निर्माण प्रस्तावित किया गया है। इस नए मार्ग का नाम होगा ‘भरत पथ’, जो भगवान श्रीराम के छोटे भाई और तपस्वी भरत की तपोस्थली भरतकुंड को अयोध्या के प्रमुख तीर्थ स्थलों से जोड़ेगा।
भरत पथ की मुख्य बातें:
- यह मार्ग लगभग 900 करोड़ रुपये की लागत से बनाया जाएगा।
- इस पथ के निर्माण की प्रशासनिक स्वीकृति मिल चुकी है।
- यह अयोध्या को धार्मिक और सांस्कृतिक रूप से और समृद्ध बनाएगा।
राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह – 5 जून को:
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्रा ने बताया कि राम मंदिर का निर्माण कार्य 5 जून तक पूरा हो जाएगा। उसी दिन मंदिर में राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की जाएगी। यह समारोह 3 जून से शुरू होकर 5 जून तक चलेगा।
अन्य मंदिर और चित्र सज्जा:
- मंदिर परिसर में 7 अन्य मंदिर भी बनाए गए हैं।
- इन सभी में धार्मिक अनुष्ठानों के तहत मूर्तियों की प्रतिष्ठा की जाएगी।
- साथ ही श्रीराम की कथाओं से जुड़े भित्ति चित्र मंदिर के निचले हिस्से में लगाए जाएंगे।
अयोध्या की धार्मिक नगरी के रूप में विकास:
राम मंदिर बनने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में जबरदस्त वृद्धि हुई है। इस भीड़ को नियंत्रित करने और श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं देने के लिए अयोध्या में राम पथ, भक्ति पथ, जन्मभूमि पथ और अब भरत पथ का निर्माण किया जा रहा है। साथ ही पंचकोसी और चौदहकोसी परिक्रमा मार्गों को भी चौड़ा किया जा रहा है।