शेयर बाजार में एक बार फिर बड़ी तेजी देखने को मिली है। बुधवार को सेंसेक्स 410 अंकों की बढ़त के साथ 81,597 पर बंद हुआ। वहीं निफ्टी भी 130 अंकों की छलांग लगाकर 24,813 पर पहुंच गया। इस उछाल में बैंकिंग, टेलीकॉम और मेटल सेक्टर के शेयरों ने सबसे ज्यादा योगदान दिया।
अब दुनिया की जानी-मानी फाइनेंशियल फर्म मॉर्गन स्टेनली ने भारत के बाजार को लेकर बड़ा बयान दिया है। उनके मुताबिक अगर आर्थिक ग्रोथ और रिफॉर्म्स का सिलसिला ऐसे ही जारी रहा, तो जून 2026 तक सेंसेक्स 89,000 के स्तर तक पहुंच सकता है।
📈 मॉर्गन स्टेनली का अनुमान – 3 संभावित केस:
- बेस केस (मूल्यांकन सामान्य):
- सेंसेक्स जून 2026 तक 83,000 से 89,000 तक जा सकता है।
- प्राइवेट इन्वेस्टमेंट और सरकारी खर्च इसमें मुख्य भूमिका निभाएंगे।
- बुल केस (सब कुछ पॉजिटिव हुआ तो):
- अगले 12 महीनों में सेंसेक्स 1 लाख अंक तक भी जा सकता है।
- रिफॉर्म्स तेजी से लागू हुए और कॉर्पोरेट आय में भारी बढ़ोतरी हुई।
- बियर केस (नकारात्मक स्थिति):
- सेंसेक्स केवल 64,000 तक सीमित रह सकता है अगर वैश्विक हालात बिगड़े या राजनीतिक अस्थिरता बढ़ी।
🏦 तेजी की वजहें:
- आर्थिक सुधार और वित्तीय स्थिरता।
- निजी निवेश में बढ़ोतरी और महंगाई में कमी।
- टेलीकॉम, बैंकिंग और ऑटो सेक्टर में तेजी।
🔎 निवेशकों के लिए संकेत:
मॉर्गन स्टेनली ने निवेशकों को सतर्क करते हुए यह भी कहा है कि जिन कंपनियों में कर्ज कम और डिलीवरी ग्रोथ ज्यादा है, उनमें निवेश करना फायदेमंद हो सकता है।
📌 निष्कर्ष:
भारतीय शेयर बाजार की दिशा फिलहाल सकारात्मक है। यदि आर्थिक और राजनीतिक स्थिरता बनी रही, तो सेंसेक्स आने वाले 1–2 वर्षों में ऐतिहासिक ऊंचाइयों को छू सकता है। निवेशकों को लंबे समय के नजरिए से रणनीति बनानी चाहिए।